icds full form in hindi :- बच्चे हमारे भविष्य के ख़ुबसूरत सपने हैं, समाज की मज़बूत नींव हैं. उनके स्वस्थ और संपूर्ण विकास का ख़्याल रखना न सिर्फ़ माता-पिता का, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है. भारत सरकार इस महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए एक अनूठी योजना को 1975 से लागू कर रही है – एकीकृत बाल विकास सेवाएँ (ICDS- Integrated Child Development Services).
एकीकृत बाल विकास सेवाएँ (ICDS): भविष्य की नींव, बाल समृद्धि की प्रेरणा
आज के इस ब्लॉग में हम ICDS के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, इसके उद्देश्य, कार्यक्रम, लाभ और भविष्य के लक्ष्यों को समझेंगे. आइए, मिलकर उस मंदिर में प्रवेश करें जो बच्चों के सुनहरे भविष्य की नींव रखता है – ICDS का मंदिर.
ICDS का अर्थ और उद्देश्य | icds full form in hindi
ICDS का मतलब है एकीकृत बाल विकास सेवाएँ, जो अंग्रेजी में Integrated Child Development Services कहलाती है. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह योजना शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करती है. इसका मुख्य उद्देश्य कुपोषण, बीमारी और अशिक्षा के चक्र को तोड़ना है और इन बच्चों को एक स्वस्थ, सुरक्षित और पोषणयुक्त वातावरण प्रदान करना है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता विकसित कर सकें.
ICDS के प्रमुख कार्यक्रम
ICDS विभिन्न कार्यक्रमों के ज़रिए अपने उद्देश्यों को पूरा करती है:
- प्री-स्कूल शिक्षा: आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में सीखने का माहौल दिया जाता है. यहां उन्हें मूलभूत शैक्षिक कौशल, सामाजिक और भावनात्मक विकास, स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है.
- पोषण आहार: माताओं और बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मुहैया कराया जाता है. इसमें गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए विशेष आहार कार्यक्रम भी शामिल हैं.
- स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से बच्चों और माताओं की स्वास्थ्य जांच की जाती है और टीकाकरण कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं. इससे बीमारियों का जल्दी पता लग पाता है और उनका बचाव किया जा सकता है.
- माता-पिता शिक्षा: माताओं और परिवार के अन्य सदस्यों को बच्चों के पालन-पोषण, पोषण, स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाती है.
ICDS के लाभ: बच्चों के लिए आशा, समाज के लिए उजाला
ICDS के सकारात्मक प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता. इसकी वजह से कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं:
- पोषण में सुधार: ICDS कार्यक्रम के शुरू होने से बच्चों में कुपोषण का स्तर काफी कम हुआ है. पोषण आहार और स्वास्थ्य जांच के ज़रिए बच्चों का शारीरिक विकास बेहतर हुआ है.
- शिक्षा का प्रसार: आंगनवाड़ी केंद्रों से मिलने वाली प्री-स्कूल शिक्षा से बच्चों को स्कूल के लिए तैयार किया जाता है. इससे स्कूल में दाखिले और ड्रॉपआउट दर में कमी आई है.
- महिला सशक्तीकरण: ICDS कार्यक्रम में कई महिलाएं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के रूप में काम करती हैं. इससे उन्हें रोज़गार के अवसर मिले हैं और उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ है.
- स्वास्थ्य में सुधार: नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण कार्यक्रमों से बच्चों में बीमारियों का प्रसार कम हुआ है. इससे बाल मृत्यु दर में भी कमी आई है.