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    PSU क्‍या है। PSU ka full form क्‍या है।

    हम आज अपने इस लेख में बात करेंगे PSU के बारे में। PSU क्‍या है। PSU full form क्‍या है।

    Table of Contents

    PSU full form क्‍या है।

    नीचे हिन्‍दी एवं अंग्रेजी दोनों में पी.एस.यू. के फुल फार्म बताए गए है।

    हिन्‍दी में पी.एस.यू. का फुल फार्म (PSU full form in hindi):-

    सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम

    अंग्रेजी में पी.एस.यू. का फुल फार्म (PSU full form in English):-

    Public Sector Undertaking

    PSU क्‍या है। (What is PSU):-

    psu full form

    ऐसा उपक्रम अर्थात उद्योग अथवा निगम जो पूर्ण रूप से सार्वजनिक होता है, उसे सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (PSU) कहते है।

    भारत में किसी राज्‍य के स्‍वामित्‍व के उपक्रम अर्थात निगम अथवा उद्यम को पी.एस.यू. कहते है।

    इन पी.एस.यू. अथवा कंपनियों का स्‍वामित्‍व भारत सरकार या किसी राज्‍य सरकार अथवा क्षेत्रिय सरकार का स्‍वामित्‍व होता है।

    इन सार्वजनिक उपक्रमों को केन्‍द्रीय सरकार के स्‍वामित्‍व तथा राज्‍य सरकार अथवा क्षेत्रिय सरकार के स्‍वामित्‍व के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।

    केन्‍द्रीय सरकार के स्‍वामित्‍व के उपक्रम को CPSUs अथवा CPSEs कहते है।

    राज्‍य सरकार के स्‍वामित्‍व के उपक्रम को SLPEs  कहते है।

    उददे्श्‍य:-

    इन उपक्रमों का उददे्श्‍य देश की अर्थव्‍यवस्‍था तथा विनिर्माण को मजबूती देना होता है। इन उपक्रमों का विशेष जोर लाभ कमाने के स्‍थान पर देश की प्रगति पर होता है।

    CPSU full form :- central public sector Undertaking

    CPSE full form :- central public sector enterprises

    SPSE full form :- state level public enterprises 

    पी.एस.यू. का इतिहास (History of PSU):-

    भारत में वर्ष  1951 में 5 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम थे,  जिनकी संख्‍या मार्च 2019 तक 348  हो गई।

    डॉक्‍टर वी. कृष्‍णमूर्ति को भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम का जनक माना जाता है। भारत का CAG (नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) भारत के पी.एस.यू. की निगरानी करता है।

    सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम  भारी उद्योग एवं  सार्वजनिक उद्यम  मंत्रालय के अधीन आते है।

    उपक्रम से होने वाले लाभ एवं उसकी वार्षिक नेट वर्थ के आधार पर प्रकार (Type of PSU) in psu full form:-

    उपक्रम से होने वाले लाभ और उसकी वार्षिक नेट वर्थ के आधार पर पी.एस.यू. को तीन प्रकार में बाटा गया है (Source: Department of Public Enterprises (as on Dec, 2019) and PIB):-

    1. महारत्‍न
    2. नौ-रत्‍न
    3. मिनी रत्‍न
      1. केटेगरी -। मिनी रत्‍न
      2. केटेगरी -।। मिनी रत्‍न 

    1. महारत्‍न (Maharatna) :-

    वे सार्वजनिक उपक्रम जो निम्‍न शर्तो में से कोई पूरा करते है, महारत्‍न के अंतर्गत आते है :-

    1. उपक्रम को पहले नौ-रत्‍न होना चाहिए।
    2. जिन उपक्रमों का तीन वर्ष का औसत वार्षिक लाभ 5,000 करोड से अधिक हो, 
    3. ऐसे उपक्रम जिनकी तीन वर्ष की औसत वार्षिक नेट वर्थ 15,000 करोड से अधिक हो,
    4. जिनका तीन वर्ष का औसत वार्षिक टर्न ओवर 25,000 करोड से अधिक हो।
    5. Indian stock exchange पर लिस्‍टेड होना चाहिए।

    महारत्‍न के अधिकार:-

    महारत्‍न केटेगरी के अंतर्गत आने वाले उपक्रम सरकार की मंजूरी के बिना 1000 से 5000 करोड के निवेश का निर्णय ले सकते है,

    अथवा अपनी वार्षिक नेट वर्थ का 15 प्रतिशत तक का निवेश सरकार की मंजूरी के बिना कर सकते है।

    2. नौ-रत्‍न (Navratna) :-

    वे सार्वजनिक उपक्रम जो निम्‍न शर्तो में से कोई पूरा करते है, नौ-रत्‍न के अंतर्गत आते है :-

    1. उपक्रम को पहले मिनी रत्न होना चाहिए और उसके नवरत्न बनने से पहले उसके बोर्ड में 4 स्वतंत्र निदेशक होने चाहिए।
    2. छह मापदंडो, जिसमें उपक्रम का शुद्ध लाभ, नेट वर्थ, कुल श्रमशक्ति लागत, उत्‍पादन की कुल लागत, सेवाओं की लागत, PBDIT (मूल्यह्रास से पहले लाभ, ब्याज और कर), पूंजी नियोजित, आदि शामिल हैं। में 100 में से 60 का स्‍कोर।
    1. Net Profit to Net worth                                                          25
    2. Manpower Cost to total Cost of Production or                 15

                Cost of Services

    1. PBDIT to Capital employed                                                   15
    2. PBIT to Turnover                                                                     15
    3. Earning Per Share                                                                   10
    4. Inter Sectoral Performance                                                   20

    नौ-रत्‍न के अधिकार:-

    नौ-रत्‍न  केटेगरी के अंतर्गत आने वाले उपक्रम सरकार की मंजूरी के बिना 1000 करोड के निवेश का निर्णय ले सकते है, अथवा अपनी वार्षिक नेट वर्थ का 15 प्रतिशत तक का निवेश केवल एक प्रोजेक्‍ट के लिए अथवा पूरे वर्ष में अपनी कुल नेट वर्थ का 30 प्रतिशत जो 1000 करोड से ज्‍यादा न हो का निवेश सरकार की मंजूरी के बिना कर सकते है।

    3. मिनी रत्‍न (Miniratna) :-

    a. मिनी रत्‍न केटेगरी । (Navratna Category-I) :-

    वे सार्वजनिक उपक्रम जो निम्‍न शर्तो में से कोई पूरा करते है, मिनी रत्‍न केटेगरी । के अंतर्गत आते है :-

    1. वे उपक्रम जो लगातार तीन वर्षो से शुद्ध लाभ कमा रहे हो,
    2. जिनका पिछले तीन वर्षो में से किसी एक वर्ष में भी यदि वार्षिक शुद्ध लाभ 30 करोड अथवा उससे अधिक हो।

    मिनी रत्‍न केटेगरी । के अधिकार:-

    इस प्रकार के मिनी रत्‍न केटेगरी । के अंतर्गत आने वाले उपक्रम सरकार की मंजूरी के बिना 500 करोड अथवा अपनी कुल वार्षिक नेट वर्थ जो भी कम हो तक का निवेश सरकार की मंजूरी के बिना कर सकते है।

    b. मिनी रत्‍न केटेगरी ।। (Navratna Category-II):-

    वे सार्वजनिक उपक्रम जो निम्‍न शर्तो में से कोई पूरा करते है, मिनी रत्‍न केटेगरी ।। के अंतर्गत आते है :-

    1. वे उपक्रम जो पिछले तीन वर्षों से लगातार मुनाफा कमा र‍हा हो तथा सकारात्मक नेट वर्थ होना चाहिए।

    मिनी रत्‍न केटेगरी ।। के अधिकार:-

    मिनी रत्‍न केटेगरी ।। के अंतर्गत आने वाले उपक्रम सरकार की मंजूरी के बिना 300 करोड अथवा अपनी वार्षिक नेट वर्थ का 50 प्रतिशत तक, जो भी कम हो तक का निवेश सरकार की मंजूरी के बिना कर सकते है।

    *मिनीरत्‍न उपक्रम को किसी भी लोन अथवा इंटरेस्‍ट के भुगतान में Defaulter नहीं होना चाहिए।

    *मिनीरत्‍न उपक्रम को सरकारी बजट अथवा सरकारी गारंटी पर निर्भर नहीं होना चाहिए।

    वर्तमान महारत्‍न, नौरत्‍न एवं मिनीरत्‍न :-

    डी.पी.ई. अनुसार दिसम्‍बर 2019 की स्थिति में 10 महारत्‍न , 14 नौरत्‍न तथा 73 मिनीरत्‍न है।

    महारत्‍न :-

    1. Bharat Heavy Electricals Limited
    2. Bharat Petroleum Corporation Limited
    3. Coal India Limited
    4. GAIL (India) Limited
    5. Hindustan Petroleum Corporation Limited
    6. Indian Oil Corporation Limited
    7. NTPC Limited
    8. Oil & Natural Gas Corporation Limited
    9. Power Grid Corporation of India Limited
    10. Steel Authority of India Limited

    नौ-रत्‍न :-

    1. Bharat Electronics Limited
    2. Container Corporation of India Limited
    3. Engineers India Limited
    4. Hindustan Aeronautics Limited
    5. Mahanagar Telephone Nigam Limited
    6. National Aluminium Company Limited
    7. NBCC (India) Limited
    8. NMDC Limited
    9. NLC India Limited
    10. Oil India Limited
    11. Power Finance Corporation Limited
    12. Rashtriya Ispat Nigam Limited
    13. Rural Electrification Corporation Limited
    14. Shipping Corporation of India Limited

    मिनी रत्‍न केटेगरी-।:-

    1. Airports Authority of India
    2. Antrix Corporation Limited
    3. Balmer Lawrie & Co. Limited
    4. Bharat Dynamics Limited
    5. BEML Limited
    6. Bharat Sanchar Nigam Limited
    7. Bridge & Roof Company (India) Limited
    8. Bharat Coking Coal Limited
    9. Central Warehousing Corporation
    10. Central Mine Planning & Design Institute Limited
    11. Chennai Petroleum Corporation Limited
    12. Cochin Shipyard Limited
    13. Central Coalfields Limited
    14. EdCIL (India) Limited
    15. Kamarajar Port Limited
    16. Garden Reach Shipbuilders & Engineers Limited
    17. Goa Shipyard Limited
    18. Hindustan Copper Limited
    19. HLL Lifecare Limited
    20. Hindustan Newsprint Limited
    21. Hindustan Paper Corporation Limited
    22. India Tourism Development Corporation Limited
    23. Indian Rare Earths Limited
    24. Indian Railway Catering & Tourism Corporation Limited
    25. Housing & Urban Development Corporation Limited
    26. Indian Railway Finance Corporation Limited
    27. Indian Renewable Energy Development Agency Limited
    28. India Trade Promotion Organization
    29. IRCON International Limited
    30. KIOCL Limited
    31. Mazagaon Dock Shipbuilders Limited
    32. Mahanadi Coalfields Limited
    33. MOIL Limited
    34. Mangalore Refinery & Petrochemical Limited
    35. Mineral Exploration Corporation Limited
    36. Mishra Dhatu Nigam Limited
    37. MMTC Limited
    38. MSTC Limited
    39. National Fertilizers Limited
    40. National Projects Construction Corporation Limited
    41. HSCC (India) Limited
    42. National Small Industries Corporation Limited
    43. National Seeds Corporation
    44. NHPC Limited
    45. Northern Coalfields Limited
    46. North Eastern Electric Power Corporation Limited
    47. Numaligarh Refinery Limited
    48. ONGC Videsh Limited
    49. Pawan Hans Helicopters Limited
    50. Projects & Development India Limited
    51. Railtel Corporation of India Limited
    52. Rail Vikas Nigam Limited
    53. Rashtriya Chemicals & Fertilizers Limited
    54. RITES Limited
    55. SJVN Limited
    56. Security Printing and Minting Corporation of India Limited
    57. South Eastern Coalfields Limited
    58. Telecommunications Consultants India Limited
    59. THDC India Limited
    60. Western Coalfields Limited
    61. WAPCOS Limited

    मिनी रत्‍न केटेगरी-।। :-

    1. Artificial Limbs Manufacturing Corporation of India
    2. Bharat Pumps & Compressors Limited
    3. Broadcast Engineering Consultants India Limited
    4. Central Railside Warehouse Company Limited
    5. Engineering Projects (India) Limited
    6. FCI Aravali Gypsum & Minerals India Limited
    7. Ferro Scrap Nigam Limited
    8. HMT (International) Limited
    9. Indian Medicines & Pharmaceuticals Corporation Limited
    10. MECON Limited
    11. National Film Development Corporation Limited
    12. Rajasthan Electronics & Instruments Limited

    Conclusion of psu full form post:-

    इस लेख ‘PSU क्‍या है। PSU full form क्‍या है।‘ के द्वारा हमने पी.एस.यू. के बारे में हिन्‍दी में सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया है, आपको हमारा लेख पसंद आया हो तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें।

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