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    SAIL क्‍या है। SAIL Full Form क्‍या है।

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    Table of Contents

    दोस्‍तो आज हम एक अन्‍य महारत्‍न की जानकारी लेकर आए है, महारत्‍न की श्रेणी में यह हमारा तीसरा पोस्‍ट है। इस पोस्‍ट में हम बात करेंगे SAIL के बारे में।

    SAIL ka full form :-

    हम आपके लिए हिन्‍दी एवं अंग्रेजी दोनों में फुल फॉम बता रहे है।

    SAIL Full Form in Hindi :- भारतीय इस्पात प्राधिकरण

    SAIL Full Form in English :- Steel Authority of India

    सेल (SAIL) क्‍या है :-

    भारत के महत्‍वपूर्ण सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी में एक है SAIL, यह एक महारत्‍न है। जिसका मुख्‍य कार्य भारत में  घरेलू उपयोग एवं विदेशी निर्यात हेतु इस्‍पात तैयार करना है।

    यह भारत में बिजली, रेलवे, मोटर गाडी, इंजीनियरींग व सुरक्षा उद्योगो हेतु इस्‍पात की जरूरतों को पूरा करता है।

    सेल के अंतर्गत उसके 5 एकीकृत एवं 3 विशेष इस्‍पात कारखाने है, जिसके माध्‍यम से यह उपक्रम लोहे  एवं इस्‍पात का उत्‍पादन करता है।

    यह देश का दूसरा सबसे बड़ा लोह उत्‍पादक कारखाना है।

    स्‍टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया द्वारा उत्‍पादित लोह एवं इस्‍पाद के बिक्री का प्रबंधन केन्‍दीय विपणन संगठन (सी.एम.ओ.) द्वारा किया जाता है।

    SAIL

    SAIL के प्रमुख 5 एकीकृत इस्‍पात कारखाने:-

    1. भिलाई इस्‍पात कारखाना (BSP) :-

    यह देश का एकमात्र रेल पटरीयां एवं भारी इस्‍पात प्‍लेटों का निर्माता है। इस कारखाने के अंतर्गत वायर रॉड एवं मर्चेन्‍ट उत्‍पाद जैसे विशेष सामान का उत्‍पादन होता है।

    यह छत्‍तीसगढ राज्‍य की राजधानी रायपुर से 40 कि.मी. दूर पश्चिम दिशा में स्थित है। 

    2. दुर्गापुर इस्‍पात कारखाना (DSP) :-

    इस कारखाने में मर्चेंट उपयोग हेतु आवश्‍यक इस्‍पात का उत्‍पादन होता है। यह कारखाना पश्चिम बंगाल राज्‍य के कोलकाता से 158 कि.मी. दूर दामोदर नदी के किनारे पर स्थित है।

    3. राउरकेला इस्‍पात कारखाना (RSP) :-

    यह भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का पहला एकीकृत इस्‍पात कारखाना है। यह कारखाना जर्मनी देश के सहयोग से स्‍थापित किया गया था।

    साथ एल.डी. टेक्‍नॉलॉजी से इस्‍पात निर्माण करने वाला यह पहला कारखाना था। इस कारखाने में तेल और गैस क्षेत्र के लिए उच्‍च क्‍वालिटी के पाइप तथा पैकेजिंग उद्योग के लिए टीन की प्‍लेट का उत्‍पादन होता है जो (SAIL) का इस उत्‍पाद के उत्‍पादन का एक मात्र कारखाना है।

    यह उडीस राज्‍य के उत्‍तर-पश्चिम छोर पर स्थित है।

    4. बोकारो इस्‍पात कारखाना (BSL) :-

    इस कारखाने में हॉट रॉल्‍ड, हॉट रॉल्‍ड प्‍लेट, रॉल्‍ड शीट, कोल्‍ड रॉल्‍ड कॉयल, कोल्‍ड रॉल्‍ड शीट, टिन मिल ब्‍लैक प्‍लेट, गेल्‍वेनाइज्‍ड प्‍लेन व कोरूगेटेड शीट आदि का उत्‍पादन होता है,

    साथ ही मोटरगाडी, एल.पी.जी. सिलेण्‍डर, ड्रम, पाईप और ट्यूब आदि के निर्माण हेतु कच्‍चे माल का उत्‍पादन भी किया जाता है।  झारखण्‍ड राज्‍य में स्थित है।

    5. इस्‍को स्‍टील कारखाना (ISP) :-

    इस कारखाने में रेल के माल डिब्‍बों के निर्माण में प्रयोग होने वाले सील-जेड सेक्‍शन और बांध व पुलों के आधार आदि के उत्‍पादन का कार्य किया जाता है।

    बर्नपुर स्थित इस्को स्टील प्लांट एक एकीकृत इस्पात कारख़ाना है। यह पश्चिम बंगाल राज्‍य के वर्धमान जिले में आसनसोल के पास बर्नपुर में स्थित है।

    SAIL के प्रमुख 3 विशेष इस्‍पात कारखाने:-

    1. मिश्र इस्‍पात कारखाना (ASP) :-

    इस कारखाने में देश की अपने तरह की एकमात्र मशीन स्‍लैब-कम-ट्विन ब्‍लूम कंटीनुअस कास्टिंग मशीन है।

    साथ ही यहां क्रेन के पहिए, स्प्रिंग,  हैमर,  कोल्‍ड रोलिंग मिल रोल, ब्राइट बार, कंकास्ट रोलर, ग्रेट बार, हॉट सा ब्लेड, स्टेनलेस स्टील लाइनर प्लेट आदि का उत्पादन किया जाता है। जो पश्चिम बंगाल राज्‍य में स्थित है।

    2. सेलम स्‍टील प्‍लांट (SSP) :-

    इस कारखाने में चोडी स्‍टैनलेस स्‍टील शीटों का उत्‍पादन किया जाता है, साथ ही फरिटिक, मार्टेनसीटिक व कम निकल वाला स्‍टैनलेस स्‍टील का उत्‍पादन किया जाता है। जो तमिलनाडू राज्‍य में स्थित है।

    3. विश्‍वेश्‍वरैया आयरन एण्‍ड स्‍टील प्‍लांट (VISL) :-

    इस कारखाने में उच्‍च गुणवत्‍ता की मिश्र धातु व पिग आयरन का उत्‍पादन किया जाता है।  जो कर्नाटक राज्‍य में स्थित है।

    SAIL की सहायक कंपनी :-

    1. महाराष्‍ट्र इलेक्‍ट्रोस्‍मेंल्‍ट लिमिटेड (MEL) :– महाराष्‍ट्र राज्‍य में स्थित है।

    SAIL के संयुक्‍त उद्यम :-

    1. एन.टी.पी.सी.-सेल पॉवर कंपनी प्रायवेट लिमिटेड (NSPCL) :-

    यह उद्यम स्‍टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) और नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (एन.टी.पी.सी.) का संयुक्‍त उद्यम है,

    जिसमें दोनों ही महारत्‍न है, तथा दोनों ही हिस्‍सेदारी 50-50 प्रतिशत है।

    2. बोकारो पॉवर सप्‍लाई कंपनी प्रायवेट लिमिटेड (BPSCL) :-

    यह उपक्र सेल तथा दामोद वैली कारपोरेशन उपक्रमों का सयुक्‍त उद्यम है, जिसमें  दोनों ही उपक्रमों की 50-50 प्रतिशत की हिस्‍सेदारी है। इसकी स्‍थापना जनवरी 2002 में हुई थी।

    3. एमजंक्‍शन सर्विसेस लिमिटेड :-

    यह सेल तथा टाटा स्‍टील उपक्रमों का संयुक्‍त उद्यम है, जिसमें दोनों उपक्रमों की हिस्‍सेदारी 50-50 प्रतिशत है।

    4. सेल- बंसल सर्विस सेंटर लिमिटेड :-

    यह सेल तथा बी.एम.डब्‍ल्‍यू. इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड  का संयुक्‍त उद्यम है, जिसमें सेल की हिस्‍सेदारी 40 प्रतिशत तथा बी.एम.डब्‍ल्‍यू. इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड की हिस्‍सेदारी 60 प्रतिशत है।

    5. भिलाई जे.पी. सीमेंट लिमिटेड :-

    यह सेल तथा मैसर्स जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड का संयुक्‍त उद्यम है। जो भिलाई में स्थित है।

    6. बोकारो जे.पी. सीमेंट लिमिटेड :-

    यह सेल तथा मैसर्स जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड का संयुक्‍त उद्यम है। जो बोकारो में स्थित है।

    7. सेल एवं मॉयल फेरो एलॉयज प्रायवेट लिमिटेड :-

    यह सेल तथा इंडिया लिमिटेड का संयुक्‍त उद्यम है।

    8. एस. एण्‍ड टी. माइनिंग कंपनी प्रायवेट लिमिटेड :-

    यह सेल तथा टाटा स्‍टील का संयुक्‍त उद्यम है।

    9. इंटरनेशनल कोल वेन्‍चर्स प्रायवेट लिमिटेड :-

    यह कई उपक्रमों का संयुक्‍त उद्यम है, जिसमें एन.टी.पी.सी. लिमिटेड, एन.एम.डी.सी. लिमिटेड, कोल इंउिया लिमिटेड (सी.आई.एल.) व राष्‍ट्रीय इस्‍पात निगम लिमिटेड (आर.आई.एन.एल.) शामिल है।

    SAIL Website :-

    सेल की आधिकारित वेबसाईट https://www.sail.co.in/  है।

    स्‍टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया का इतिहास :-

    सेल का उद्गम हिन्‍दुस्‍तान स्‍टील प्रायवेट लिमिटेड की 19.01.1954 में स्‍थापना के साथ प्रारंभ हुआ।

    जिसकी स्‍थापना देश के औद्योगिकीकरण हेतु आधारभूत सुविधाएं उपलब्‍ध कराने हेतु किया गया था।

    प्रारंभ में यह राउरकेला के इस्‍पात कारखाने के प्रबंधन हेतु किया गया था।

    जिसका का प्रथम पंजीकृत कार्यालय नई दिल्‍ली में स्थित था जो बाद में 1956 में कोलकाता व 1959 में रांचि में स्‍थानांतरित किया गया।

    बाद में हिन्‍दुस्‍तान स्‍टील प्रायवेट लिमिटेड को राउरकेला के साथ भिलाई में स्थित इस्‍पात कारखाने के प्रबंधन का कार्य भी सौंपा गया।

    इसी प्रक्रम में बोकारो, दुर्गापुर व बर्नपुर स्थित इस्‍पात कारखानों को भी प्रबंधन में सम्मिलित किया गया।

    साथ ही स्‍टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) का गठन किया गया। 

    इसके अंतर्गत पांच एकीकृत तथा तीन विशेष इस्‍पात एवं लोह कारखानों का सम्मिलित किया गया।

    सेल का पुर्नगठन सन् 1978 में पुन: किया गया।

    भारत सरकार की SAIL में 75 प्रतिशत की हिस्‍सेदारी है।

    सेल का संचालक मण्‍डल :-

    1. अध्‍यक्ष :- श्रीमती सोमा मण्‍डल
    2. अपर सचिव एवं वित्‍त सलाहकार, स्‍टील मंत्राालय, भारत सरकार के लिए :- श्री शशांक प्रिया
    3. संयुक्‍त सचिव, स्‍टील मंत्राालय, भारत सरकार के लिए :- श्री पुनीत कंसल
    4. तकनीकी निदेशक :- श्री हरिनंद राय
    5. स्‍वतंत्र निदेशक :- श्री कृष्‍ण कुमार गुप्‍ता,
    6. वित्‍त निदेशक :- श्री अमित सेन
    7. स्‍वतंत्र निदेशक :- श्री एन. शंक्रप्‍पा
    8. निदेशक प्रभारी (भिलाई इस्पात संयंत्र) :- श्री अनिर्बान दासगुप्ता
    9. निदेशक प्रभारी (बोकारो इस्पात संयंत्र) :- श्री अमरेंदु प्रकाश

    हमने इस पोस्‍ट के माध्‍यम से महारत्‍न “SAIL” के बारे में महत्‍वपूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया गया है।

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