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    कम्प्यूटर में इनपुट डाटा की प्रोसेसिंग की प्रक्रिया हेतु प्रोसेसिंग यूनिट central processing unit उपलब्ध होती है। 

    सामान्यतः प्रोसेसिंग यूनिट को हम प्रोसेसर या सी.पी.यू. अर्थात सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के रूप में जानते है।

    सी.पी.यू. (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) अथवा प्रोसेसर | CPU | Central Processing Unit | Processor :-

    इसे प्रोसेसर भी कहते है। सी.पी.यू. को कम्प्यूटर का मस्तिष्क अर्थात दिमाग भी कहते है। 

    किसी कम्प्यूटर को दिए गए समस्त इनपुट तथा निर्देशों को प्रोसेस करने का कार्य सी.पी.यू. ही करता है। 

    सी.पी.यू. इनपुट आउटपुट डिवाईस को आपस में कम्पयूनिकेट करने में मदद करता है।

    वर्तमान में विभिन्न इंटीग्रेटेड सक्रिट आदि के उपयोग द्वारा सी.पी.यू. का आकार एक छोटी चिप के आकार का हो गया है। 

    अब हमें बडे आकार के सी.पी.यू. की आवश्यकता नहीं होती है। 

    इस छोटे आकार के चोकोर चिप को माईक्रोप्रोसेसर भी कहते है। 

    माईक्रोप्रोसेसर को मदरबोर्ड में उपलब्ध सी.पी.यू. सॉकेट पर लगाया जाता है।

    यहां हम केवल इनपुट एवं आउटपुट के मध्यस्थ के तौर पर ही प्रोसेसर को समझते है, 

    लेकिन देखा जाए तो कम्प्यूटर के चालू होने अर्थात बूट होने, विभिन्न प्रकार की इनपुट एवं आउटपुट डिवाईस के कम्प्यूटर पर कार्य करने आदि के लिए भी सी.पी.यू. ही प्रोसेसिंग की प्रक्रिया करता है।

    इस प्रकार किसी कम्प्यूटर को चलने योग्य अर्थात किसी कार्य को करने योग्य बनाने का संपूर्ण कार्य सी.पी.यू. द्वारा किया जाता है।

    सी.पी.यू. | Central Processing Unit के मुख्य तीन भाग होते हैः– 

    1. कंट्रोल यूनिट अथवा सी.यू. | Control Unit:-

    कंट्रोल यूनिट सी.पी.यू. का मुख्य भाग होती है, जो कम्प्यूटर के द्वारा किए जाने वाले समस्त कार्यो को कंट्रोल तथा एक्सिक्यूट करती है। 

    सी.पी.यू. के रूप में कंट्रोल यूनिट ही इनपुट, प्रोसेसिंग तथा आउटपुट आदि प्रक्रिया में मध्यस्थ का कार्य करती है। 

    यह इनपुट-आउटपुट डिवाईस, मेमोरी, अरिथमेटिक तथा लॉजिकल यूनिट आदि को निर्देश देता है, कि किस प्रकार कार्य करना है। 

    यह सी.पी.यू. तथा अन्य डिवाईस के मध्य डाटा के फ्लो को निर्देशित करता है। कम्प्यूटर के अधिकांश कांपोनेंट को कंट्रोल यूनिट द्वारा ही मैनेज किया जाता है।

    2. अरिथमेटिक लॉजिकल यूनिट अथवा ए.एल.यू. | Arithmetic Logical Unit:-

    इस यूनिट के द्वारा इंटीजर अरिथमेटिक (जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग तथा तुलना) ऑपरेशन व बिटवाइस लॉजिकल (सेलेक्ट, कंपेरिजन, मर्जिंग डाटा) ऑपरेशन परफार्म किए जाते है। 

    ए.एल.यू. यूनिट में ऑपरेंड,  सी.पी.यू. की इन्टरनल मेमोरी अर्थात रजिस्टर या एक्सटरनल मेमोरी अथवा स्वयं एल.एल.यू. द्वारा जनरेट कोन्‍सटेंट हो सकते है। 

    ए.एल.यू. द्वारा ऑपरेशन के बाद प्राप्त आउटपुट को सी.पी.यू. रजिस्टर या मेन मेमोरी में सेव किया जाता है।  

    3. एम.यू. अथवा मेमोरी यूनिट अथवा रजिस्टर | Memory Unit | Register:-

    यह सी.पी.यू. का मुख्य भाग होता है। एम.यू. अथवा रजिस्टर, डाटा होल्ड रखने के लिए एक बहुत ही छोटी मेमोरी यूनिट है जो कि प्रोसेसर का ही एक भाग होता है। 

    रजिस्टर, प्रोसेसर द्वारा डायरेक्ट एक्सेसिबल होते है। अधिकांश सी.पी.यू. में एक से अधिक रजिस्टर होते है। 

    यह एक इन्स्ट्रक्शन को होल्ड कर सकता है अथवा स्टोरेज एड्रेस आदि को होल्ड कर सकता है। 

    रजिस्टर उस ऑपरेंड या इन्स्ट्रक्शन को होल्ड करता है, जिसे सी.पी.यू. प्रोसेस कर रहा होता है। रजिस्टर की डाटा संचार की गति बहुत तेज होती है। 

    सी.पी.यू. द्वारा की जाने वाली प्रोसेसिंग की प्रक्रिया | Working Process of Central Processing Unit :-

    प्रोसेसिंग की प्रक्रिया चार चरणों में पूर्ण होती है, फेच, डिकोड, एक्सिक्यूट, राइटबेक।

    1. फेच | Fatch:-

    इस प्रक्रिया में इनपुट डिवाईस द्वारा दिए गए डाटा तथा इन्स्ट्रक्शन्स को कम्प्यूटर मेमोरी से प्राप्त अर्थात फेच किया जाता है, 

    जो कि बाईनरी डाटा के रूप में प्राप्त होता है अर्थात 0 तथा 1 की सिरीज के रूप में प्राप्त होता है।

    2. डिकोड | Decode:-

    डाटा फेच होने के बाद प्रोसेसर की कंट्रोल यूनिट के द्वारा डाटा को कम्प्यूटर द्वारा प्रोसेस करने हेतु बाईट्स के रूप में क्रमबद्ध निर्देशों अर्थात सिग्नल्स के रूप में बदला जाता है, 

    ताकि उन निर्देशों अनुसार डाटा को प्रोसेस किया जा सके।

    3. एक्सिक्यूट | Execute:-

    डाटा के डिकोड होने के बाद सी.पी.यू. की कंट्रोल यूनिट द्वारा उसे एक्सिक्यूट किया जाता है।

    जब डाटा अथवा निर्देश जटिल लॉजिकल तथा मैथेमेटिकल प्रकार के होते है, 

    तो इस प्रकार के डाटा को सी.पी.यू. के अरिथमेटिक लॉजिकल यूनिट अर्थात ए.एल.यू. द्वारा एक्सिक्यूट किया जाता है।

    4. राईटबेक | Right Back:-

    जब डाटा एक्सिक्यूट हो जाता है, तो प्राप्त हुए रिजल्ट को पुनः मेमोरी में लोड कर दिया जाता है, 

    जो कि आउटपुट डिवाईस के माध्यम से प्रदर्शित अथवा प्रिंट किया जा सकता है।

    सी.पी.यू. क्लॉक स्पीड | Central Processing Unit Clock Speed:-

    अलग-अलग प्रोसेसर की प्रोसेसिंग की गति अलग-अलग होती है। 

    इसी आधार पर हम किसी सी.पी.यू. की क्लॉक स्पीड को समझते है। 

    कोई सी.पी.यू. एक सेकेण्ड में जितने इन्स्ट्रक्शन्स को प्रोसेस कर सकता है, 

    उसे उस सी.पी.यू. की क्लॉक स्पीड कहते है। सी.पी.यू. की क्लॉक स्पीड को गीगा हर्ट्ज में मापा जाता है।

    सी.पी.यू. कोर | Central Processing Unit Core:-

    किसी सी.पी.यू. के द्वारा कार्य करने की क्षमता के आधार पर सी.पी.यू. को अलग-अलग कोर में विभाजित किया जा सकता हैः-

    1. सिंगल कोर | Single Core:-

    इस प्रकार के सी.पी.यू. एक समय पर एक ही ऑपरेशन को प्रोसेस कर सकते है। 

    एक से अधिक ऑपरेशन को एक साथ चलाने पर इसकी कार्य की गति कम हो जाती है। 

    इसका उपयोग मल्टीटास्किंग कार्य के लिए नहीं किया जाता है। यह सी.पी.यू. का सबसे पुराना वर्जन है।

    2. ड्यूल कोर | Dual Core:-

    इस प्रकार के सी.पी.यू. में एक ही इंटीग्रेटेड सर्किट पर दो प्रोसेसर होते है, 

    जिससे ड्यूल कोर सी.पी.यू., दो प्रोसेसर की क्षमता से कार्य करता है। 

    दोनों ही प्रोसेसर एक दूसरे से कनेक्टेड रहते हुए एक प्रोसेसर जैसे कार्य करते है। 

    इसका उपयोग मल्टीटास्किंग कार्य के लिए किया जा सकता है।

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